कोलकाता हॉरर रैप और मर्डर

Kolkata Horror Rape and Murder

Kolkata Horror Rape and Murder : कोलकाता हॉरर रैप और मर्डर

Kolkata doctor case full information: कोलकाता डॉक्टर केस की पूरी जानकारी

कोलकाता में डॉक्टर का बलात्कार मामला: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में प्रशिक्षु डॉक्टर मौमिता देबनाथ के साथ बलात्कार किया गया, हत्या कर दी गई और 14 से अधिक चोटें आईं। डॉक्टर कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में प्रशिक्षु थी और डॉक्टर भी थी।

1-कोलकाता रेप केस कहा हुआ?

2-क्या हुआ था डॉक्टर के साथ?

3-मुजरिम लोग कौन कौन है इस केस में?

4-सम्पूर्ण भारत के डॉक्टर्स क्यू विरोध कर रहे हैं?

5-माँ बाप का क्या कहना है?

6-नवीनतम अपडेट क्या है इस केस की?

1-कोलकाता रेप केस कहा हुआ?

आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, बिधान सारणी, श्याम बाज़ार, कोलकाता पश्चिम बंगाल। यही वो जगह है जहां पर ये केस हुआ था।

इकोनॉमिकटाइम्स के हिसाब से “एमबीबीएस छात्रों के एक बैच से, जिन्होंने अपनी कला सीखने के दौरान कोविड महामारी को देखा था, उन्होंने श्वसन चिकित्सा को अपनी विशेषज्ञता के रूप में चुना था। आरजी कर में, जिस परिसर को वह अपना “दूसरा घर” कहती थीं, उन्होंने खुद को इसमें डुबो दिया।, रिपोर्ट में आगे कहा गया है।

Kolkata Horror Rape and Murder

2-क्या हुआ था डॉक्टर के साथ

9 अगस्त 2024 को ये घटना हुई. सेमिनार हॉल में जब 31 वर्षीय प्रशिक्षु डॉक्टर आराम के लिए गई तो उसी समय पर उसकी मौत भी उसे ढूंढ रही थी ये उसे नहीं पता था। एक शराबी कॉलेज गार्ड नशे की हालत में उसी हॉल में अजाता है और उस डॉक्टर के साथ शैतानी हरकत कर डालता है!

लगभग सारे मीडिया में घटना की वही कहानी बताई गई है जैसे –

” 8 अगस्त 2024 की रात, देबनाथ ने अपने सहकर्मियों के साथ रात का खाना खाया और अस्पताल में 36 घंटे की शिफ्ट के बाद एक सेमिनार हॉल में सेवानिवृत्त हो गईं। अगली सुबह लगभग 9:30 IST पर, उसका शरीर सेमिनार हॉल में अर्धनग्न अवस्था में पाया गया और उसकी आँखों, मुँह और गुप्तांगों से खून बह रहा था। बाद में उसे मृत घोषित कर दिया गया। कॉलेज अधिकारियों ने शुरू में उसके परिवार को सूचित किया कि उसने आत्महत्या कर ली है।

9 अगस्त को शव परीक्षण किया गया और इसके पूरा होने के बाद, अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया गया”

3-मुजरिम लोग कौन कौन है इस केस में

जांच चल रही है अभी तक,

संजय रॉय को मुख्य दोषी माना जा रहा है लेकिन जांच में बहुत सारे नाम सामने आ रहे हैं।

जेल अधिकारियों ने कहा, “संजय रॉय, जिन्हें प्रेसीडेंसी जेल में उच्च सुरक्षा वाले वार्ड में रखा गया है, ज्यादातर समय अधिकारियों ने अपने पास ही रखा है।”

हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार –

” संजय रॉय ने यह भी दावा किया कि वह पीड़िता को नहीं जानते और उन्हें फंसाया जा रहा है।

यह पूछे जाने पर कि अगर वह निर्दोष थे तो उन्होंने पुलिस को सूचित क्यों नहीं किया, रॉय ने कहा कि उन्हें डर था कि कोई उन पर विश्वास नहीं करेगा।

कविता सरकार ने अखबार को बताया कि अपराधी कोई और भी हो सकता है. अगर वह इतनी आसानी से सेमिनार हॉल तक पहुंच गया था, तो इससे पता चलता है कि उस रात सुरक्षा में चूक हुई थी और कोई और इसका फायदा उठा सकता था।”

समाचार एजेंसियों और ताजा अपडेट के अनुसार कॉलेज के प्रिंसिपल और कुछ स्टाफ का भी नाम बताया गया है। ये कोई अकेले व्यक्तित्व का क्या हुआ काम नहीं है बाल्की इसमें एक पूरा समूह शामिल है जिसकी अभी तक जांच चल रही है।

4-सम्पूर्ण भारत के डॉक्टर्स क्यू विरोध कर रहे हैं

जब 9 अगस्त की सुबह ये घटना हुई और लोगों को पता चला कि ऐसी घटना हो चुकी है तो कॉलेज प्रबंधन ने उसे छुपाना चाहा और सुसाइड (sucide) केस बताया। लेकिन जब शरीर के बारे में कॉलेज के कैंपस में मालूम पड़ा के मौमिता देबनाथ (डॉक्टर का नाम) ने आत्महत्या नहीं की बल्कि जबरदस्ती मारा गया है तब कॉलेज से आवाज उठी और उनकी आवाज मेडिकल यूनियन तक पहुंच गई। जिसके बाद पूरे भारत में डॉक्टरों ने उनका समर्थन किया, मुख्य दोषियों को सज़ा दिलाने की माँग कर रहे है और डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए सरकार को कुछ करना चाहिए ये भी माँग कर रहे है। क्योंकि ऐसे वारदात आए दिन होते जारहे है, कभी बंगलूर, कभी यूपी, कभी गुजरात आदि।

लगभग सब राज्य में भारत के डॉक्टरों ने विरोध किया, बहुत से मशहूर हस्तियों ने और प्रमुख लोगों ने भी समर्थन किया और मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुच गया है। दुनिया भर में लोगो को मालूम हो गया है कि कोलकाता में एक डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर किया गया है।

5-माँ बाप का क्या कहना है

मौमिता देबनाथ अपनी माँ बाप की अकेली बेटी थी, बहुत से सपने लिए हुए थे उन्होने अपनी बेटी के लिए, के उनकी बेटी बहुत अच्छी डॉक्टर बनेगी, लोगो की मदद करेगी। गांव में सभी लोग और खास करके लड़कियो के लिए प्रेरणा बन रही थी लोग उसे देख कर अपनी बेटियों को पढ़ा रहे थे लेकिन किसे पता था कि सारे सपने अचानक से मिट्टी में मिल जाएंगे और उनकी पूरी उम्मीद खत्म हो जाएगी।

“माता पिता की सिर्फ़ ऐक ही गुहार है के हमे इंसाफ़ चाहिए और आरोपीयुओ को कड़ी से कड़ी सज़ा मिलनी चाहिए जल्द से जल्द”

6-नवीनतम अपडेट क्या है इस केस की

सुप्रीम कोर्ट की तरफ से क्या अपडेट रहेगी तारीख पर तारीख चल रही है। “5 सितंबर को सुनवाई होने वाली थी अब वो 9 सितंबर के लिए पोस्टपोंड हो गई है” डेक्कनहेराल्ड न्यूज़ ने बताया।

नजाने कितने रैप केस रोज़ाना होते हैं भारत में, कुछ ही केस सभी लोगो को मालूम पड़ता हैं और बाकी केस तो लोगो को पता भी नहीं चलते। आखिर कब तक हमारी बहन, बेटियां और मांएं सुरक्षित नहीं रहेंगी इस देश में। हमारी सरकार क्यों नहीं ऐसा कानून बनाती है कि कोई भी व्यक्ति पहले 10 बार सोचे बलात्कार करने के बारे मे और ये सोचे के वो खुद भी किसी मां से पैदा हुआ है। हमारी सरकार अगर फाँसी की सजा का कानून बना दे ऐसे मुजरिमो के लिए तो 1 महीने के अंदर ये रैप केसस बहुत कम हो जाएंगे लेकिन अफसोस यहा तो जो केस फास्ट ट्रैक पर चलते हैं उन्हें भी डेट पर डेट देकर आगे बढ़ाई जाती है और इंसाफ की बात तो कोसो दूर है.

40000 से ज्यादा लोगो की मौत

40000 से ज्यादा लोगो की मौत

अब तक 40,000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं

इज़राइल और फिलिस्तीन युद्ध में अब तक फिलिस्तीन के 40,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।

More than 40,000 peoples of Palestine are killed in ISrael and Paletine war.

अलजज़ीरा रिपोर्टिंग द्वारा”

7 अक्टूबर के बाद से 328 दिनों में गाजा पट्टी में इजरायली हमलों में 40,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं।

इसमें लगभग 17,000 बच्चे शामिल हैं। यह गाजा में अब मर चुके सभी बच्चों का 2.6 प्रतिशत है।

7 अक्टूबर के बाद से हर दिन कम से कम 53 बच्चे मारे गए हैं और हर दिन इज़रायली हमलों में 72 पुरुष और महिलाएं मारे गए हैं।

मलबे के नीचे कम से कम 10,000 लोग लापता हैं, उनमें से अधिकांश को मृत मान लिया गया है। “

40000 से ज्यादा लोगो की मौत

40000 यह सिर्फ आंकड़ा ही नहीं बल्कि एक पूरा शहर है।

इज़रायली सेना ने तो पूरे शहर को ही ख़तम कडाला / मर्डाला और अभी भी खून के प्यासे हैं और लोगों को मार रहे हैं।

काहा है WHO, UN, EU आदि?

किधर है बाल सुरक्षा संगठन?

कहां हैं महिला सुरक्षा संगठन?

सारी संस्थाएं गूंगी और बाहरी होचुकी हैं।

आम लोगों को मारा जा रहा है लेकिन कोई कुछ भी नहीं बोलता, कोई रोकने को तैयार नहीं है, किसी को इंसान की जानो की फ़िक्र नहीं है। और होगी भी क्यों दूसरे मुल्क में लोग खुश हैं, मजे से खा पी रहे हैं, सारे त्योहार मनाए जा रहे हैं। अफसोस किसी को कोई फ़िक्र नहीं है।

अधिकतर बच्चे मारे जाते हैं

अलजज़ीरा के अनुसार, “इस युद्ध में अब तक लगभग 17000 बच्चे मारे गए हैं।”

आज वो दिन गाजा और वेस्ट बैंक में चल रहा है कि बाप बेटे की मौत का शव लेकर चल रहा है, माँ अपने गोंद में छोटे छोटे बच्चों की मरी हुई शरीर लिए हुए है, भाई बहन की लाश के सामने खड़ा है और बहन भाई की लाश के सामने.

सबके घर उजड़े हुए है, घर को मिट्टी में मिला दिया गया है। उनके पास सिर छुपाने को छत नहीं है और, बैठने को जगह नहीं है।

मासूम मासूम बच्चे खाने और पानी पीने को तरस रहे हैं। जगह जगह राहत / शरणार्थी शिविर लगे हुए हैं पूरे गाजा में लेकिन वो भी सुरक्षित नहीं है। कभी भी कोई रॉकेट या बम आकर उन मासूम लोगो पर गिर जाता है और वो मौत का शिकार हो जाते है, सोशल मीडिया के वीडियो और अलजजीरा की रिपोर्टिंग ने पूरी दुनिया में इजरायली चेहरे को दिखाया है कि किस तरह वो अपना रंग दिखा रहे हैं गाजा में। बच्चे खाने के लिए लाइन लगाकर खाने का इंतजार करते हैं कि अब खाना आएगा और हम खाना लेकर थोड़ा खुद खाएंगे और थोड़ा अपने परिवार वालों को खिलाएंगे ये सोचते और इंतजार में खड़े ही रहते हैं के कहीं से उनके ऊपर कोई बम या रॉकेट आकर गिर जाता है वो बेचारे जिनको कुछ पता नहीं क्या चल रहा है हमारे आस पास। मारे जाते हैं।कितना खौफनाक माहौल बना हुआ है गाजा में।

बेचारे उन बच्चों का क्या कुसूर है जो ये सजा काट रहे हैं। नजाने कितने बच्चे मलबे के नीचे दबे हुए हैं और न जाने कितने बच्चे कहीं पर मुर्दा पड़े हुए हैं।

दिल कन्प जाता है और रूह तड़प उठती है उन औरतों और बच्चों को तड़पता हुआ और मौत के मुँह में जाता हुआ देख कर ।

लगभग 20% महिलाएँ मारी गईं।

बच्चों के बाद महिलाओं में भी कुछ कम नहीं मारे गए इस लड़ाई में। कहीं इजरायली सेना गाजा के महिलाओं के अंडरगारमेंट्स से खेलते हुए दिखाई देती है वीडियो में और कहीं उनके साथ गलत व्यवहार के साथ।

जब गाजा की महिलाएं अपने बच्चों के साथ सुरक्षित स्थान पर जाती हैं उसी समय इजरायली सेना आती है और उन्हें जगह छोड़ने के लिए मजबूर करती है। बहुत सारी महिलाएं अपने घरों के अंदर जिंदा दफन होचुकी हैं। सूत्रों से पता चला कि कहीं उनके साथ रैप किया गया है। औरतें लड़ने के लिए नहीं होतीं और वो भी होम मेकर महिलाएं। उनका सिर्फ ये कुसूर है के वो गाजा में है। ना जाने क्या-क्या उनके साथ किया जा रहा है। हम तो सिर्फ जो चीज सोशल मीडिया और कुछ दूसरे मीडिया के माध्यम से अति है उन्हें देख सकते हैं। बाकी ग्राउंड पर क्या क्या होरहा वो तो वहां के लोग ही समझ सकते हैं।

अलजजीरा की ही एक रिपोर्ट में कहा गया था कि एक परिवार वाला सदस्य अपने घर वालों की मौत के बाद उनके शव को गाड़ी पर लेकर जा रहा था, कहीं कोई बाप अपने टूटे हुए घर पर खड़ा है और अपने घर वालों को याद करके अल्लाह से फरियाद करता है। कहीं कोई बच्चे के हाथ की जोड़ी कटे हुए शरीर पर पड़ी है, कहीं कुछ लोगों की लाशें पड़ी हैं। हर जगह लाशें ही लाशें हैं।

इस युद्ध में लगभग 60% महिलाएं और बच्चे मारे गए।

इजरायली सेना को लड़ना ही था तो हमास के लड़ाकों से लड़ते थे। उनके असली दुश्मन तो वो थे लेकिन उन्हें हमास के नाम पर 60% निर्दोष महिलाओं और बच्चों को मार डाला और बाकी 40% में से भी 20-30% आम नागरिक हैं जिनका कोई कुसूर नहीं था इस युद्ध में। ये आंकड़ा बताता है कि कितना मानवतावादी सोच रखता है इजरायली सेना, बल और इजरायली लोग। अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए वह कुछ भी कर सकती है और किसी की भी हद तक गिर सकती है।

इजराइल ने जितने मासूम लोगो को गाजा और वेस्ट बैंक में मारा है उतने ही लोगो से एक सामान्य शहर किसी भी राज्य का बन जाता था, बहुत स्कूल और कॉलेजों के लिए छात्र मिल सकते थे लेकिन अफ़सोस… ये सब के पीछे सबसे बड़ा रोल मुस्लिम समुदाय का भी है अगर वो चाहते तो इसे रोक सकते थे लेकिन उन्हें ने भी फिलिस्तीनियों को अकेला छोड़ दिया..

328 दिन पूरे हो गए हैं लेकिन अभी तक इजराइल का एक भी लक्ष्य हासिल नहीं हुआ है। नहीं मालूम कितने और लोग इस युद्ध में मारे जायेंगे। ये नरसंहार जल्द ही बंद होना चाहिए और संघर्ष विराम ही इस नरसंहार को रोक सकता है। हम इजराइल और फिलिस्तीनी युद्ध में युद्धविराम की मांग करते हैं।

Maharashtra Board SSC and HSC Exam time table

Maharashtra Board SSC and HSC Exam time table

Maharashtra Board SSC and HSC Exam time table

Maharashtra SSC and HSC Exam Time Table 2025 has been announced by the government. Academic candidates should start their studies as per the time table.

Maharashtra Board Exam Date 2025:

Class 10th exams February 21 to March 17, 2025

Practical exams (Class 10) February 3 to February 20, 2025

Class 12th exams February 11 to March 18, 2025

Practical exams (Class 12) January 24 to February 10, 2025

1- Maharashtra board SSC Exam time table

2- Maharashtra board HSC Exam time table

3- Complete guidance for SCC exam Preparation

4- FAQ

1- Maharashtra board SSC Exam time table

Exam Date First Shift (11:00 a.m. to 02:10 p.m.) Second Shift (3:00 p.m. to 6:10 p.m.)
February 21, 2025 First Language: Marathi, Hindi, Urdu, etc. Second or Third Language: German, French
February 24, 2025 Multi Skill Assistant Technician, Automotive Service Technician, etc.
February 28, 2025 Second or Third Language: Marathi, Kannada, Tamil, etc.
March 3, 2025 First Language (English), Third Language (English)
March 6, 2025 Second or Third Language: Hindi
March 7, 2025 Second or Third Language: Urdu, Gujarati, Sanskrit, etc.
March 8, 2025 Mathematics Part-1 (Algebra), Arithmetic (for eligible Divyang Candidates)
March 10, 2025 Mathematics Part-II (Geometry)
March 11, 2025 Science and Technology (Part I), Physiology, Hygiene & Home Science (Divyang)
March 12, 2025 Science and Technology Part-II
March 13, 2025 Social Sciences Paper-I: History and Political Science
March 17, 2025 Social Sciences Paper-II: Geography
Maharashtra Board SSC and HSC Exam time table 2025

2- Maharashtra board HSC Exam time table

Exam Date (Tentative) Morning Shift (11:00 AM – 2:10 PM) Evening Shift (3:00 PM – 6:10 PM)
February 11, 2025 English
February 2025 Hindi German, Japanese, Chinese, Persian
February 2025 Marathi, Gujarati, Kannada, etc. Urdu, French, Spanish, Pali
February 2025 Organisation of Commerce & Management
February 2025 Logic, Physics
March 2025 Chemistry Political Science
March 2025 Mathematics & Statistics Percussion Instruments (A)
March 2025 Child Development, Agriculture Science & Technology, etc.
March 2025 Biology (S), History & Development of Indian Music (A)
March 2025 Textiles (A/B) Bookkeeping & Accountancy (A/B/C)
March 2025 Geology (S) Economics (A/B/C)
March 2025 Food Sciences & Technology Philosophy, History of Art & Appreciation
March 2025 Vocational Paper 1, Commerce Group Paper 1 Education (A), Skill Subjects
March 2025 Psychology (A/B/C)
March 2025 Vocational Bifocal courses paper 2 Occupational Orientation
March 18, 2025 Sociology (A/B/C)

3- Complete guidance for SCC and HSC exam Preparation

Understand the Syllabus:

First check entire syllabus and try to understand each subject.Prioritize the subjects and topics based on weightage and difficulty wise.Make a list of important and easy chapters for each subject.

Make a Study Plan:

Create simple and easy timetable for each subject and allocate as your preferences. Break down the syllabus into manageable portions and ensure you will try to cover all topics well before the exams.

Study Material:

Refer guides, latest paper banks where sample papers, and previous years question with complete solution present. Use maps, diagrams and picharts to make your answers easy and remembrable.

Regular Revision:

Rgularly revise topics so that you will not forgot what you have studied. Create summary notes, or mind maps for quick revision.

Practice Papers:Solve previous years’ question papers and sample papers under timed conditions. This helps in improving speed, accuracy, and time management of your study.

Focus on your weak areas:

Try to find out your subjects or topics where you are struggling and you need extra time to cover them up.

Most important for you “Stay Healthy”:

Maintain a balanced diet, exercise regularly, and get proper sleep to keep your mind and body in good condition.

3- FAQs for Maharashtra Board SSC & HSC Exam 2025

Q1. Where can I check the SSC and HSC Board Exam Time Table 2025?

Answer: You can visit official website ie. https://mahahsscboard.in

Q2. What is the Exam date for Maharashtra SSC board Exam?

Answer: SSC board Exam are scheduled from February 21 to March 17, 2025.

Q2. What is the Exam date for Maharashtra HSC board Exam?

Answer: SSC board Exam are scheduled from February 11 to March 18, 2025.

Q3. What are most effective tips for the Maharashtra Board Exam 2025 preparation?

Answer: Most effective tips are creating a detailed study schedule, practicing with previous years’ question papers, focusing on weak areas, and managing regular revision into your study plan.

Q4. If I have not started study till than How to go for first.

Answer: First you check all your small question answer and finish it then move to big.

Q5. What are the tips for managing exam stress effectively?

Answer: It is done by maintaining a balanced study routine, engaging in physical activity, taking regular breaks, seeking support from family , friends, or counselors if needed and getting enough sleep.

Q4. How to get the latest syllabus for the Maharashtra SSC Board exams?

Answer: From MSBSHSE website or from your school. It’s important to study from the updated syllabus to ensure you’re covering all required topics.

बदलापुर दो नाबालिग लड़कियों से यौन उत्पीड़न केस की पूरी कहानी

Badlapur two minor girls rape case full story

Badlapur two minor girls Sexual Assault case full story : बदलापुर दो नाबालिग लड़कियों से रेप केस की पूरी कहानी

आदर्श विद्यालय बदलापुर थाने में 2 छोटे बच्चों के साथ रैप हुआ और करने वाला कोई दूसरा नहीं स्कूल का चपरासी ही था।

1- केस किस लोकेशन में हुआ

2- पूरी कहानी क्या थी इस केस की

3- लोगों ने विरोध क्यों किया बदलापुर स्टेशन पर

4- विरोध में कोई राजनीतिक दल शामिल है

5- ताज़ा अपडेट क्या है बदलापुर रेप केस की

1- केस किस लोकेशन में हुआ

बदलापुर में आदर्श विद्यालय जो एक अच्छा स्कूल माना जाता था वहां पर ये घटना हुई थी। पूरे थाने में लोग नाराज और गुस्से में हैं। स्कूल प्रिंसिपल से जांच की मांग कर रहे हैं। स्कूल प्रिंसिपल का कोई जवाब ना आने की वजह से ये घटना लोगो में आग की तरह फैल गई और लोग स्कूल के बाहर धरना दे रहे हैं।

2- पूरी कहानी क्या थी इस केस की

बदलापुर के स्थानीय नागरिक से बात हुई उसने बताया के यहाँ पर मौजुद आदर्श विद्यालय जो के एक अच्छा विद्यालय माना जाता था। बच्चे रोज़ाना अपने समय पर स्कूल आते और जाते थे। स्कूल का चपरासी जिसका नाम आकाश शिंदे बताया जरा है वो मासूम लड़कियों को गंदी नजर से देखता था। और अपना हवस पूरा करने के लिए उसने छोटी बच्चियों के साथ टॉयलेट तक को नहीं छोड़ा। जब आस-पास कोई नहीं रहता था तो माओके का फ़ायदा उठा कर वो लड़कियों के पीछे टॉयलेट तक चला जाता था और कई बार टॉयलेट के अंदर चले जाता था। बच्चे मासूम और छोटे होने की वजह से नहीं समझ पाते थे लेकिन जब उनके साथ ये गलत काम करता था तब उन्हें दर्द और तकलीफ होती थी। वो शैतान चपरासी ने नजाने कितनी बच्चों के साथ ये गलत काम किया था लेकिन उन्ही में से 2 बच्चों ने अपने घर पर आकर बता दिया।

लगभग 15 या 16 अगस्त 2024 की बात है जब बच्चों ने खुदके घर आकर बताया था। माँ बाप ने बहुत परेशान कर पूछा तो उनको लड़कियों ने बताया कि हमारे साथ स्कूल के चपरासी ने गलत काम किया है और हमें बहुत दर्द हो रहा है। माँ बाप ने जब ये बात सुनी तो उनके होश उड़ गए। बदलापुर के स्थानीय नागरिक ने और बताया कि जब मां बाप ने बिना किसी को बताए बच्चों का मेडिकल करवाया तो उन्हें मालूम हुआ के उनके बच्चों के साथ गलत हुआ है।

दोनों बच्चों के माँ बाप एक दूसरे को जानते थे उनहों ने स्कूल प्रिंसिपल से आकर पूरी बात बताई तो प्रिंसिपल ने पूरी तरह से बात को झूठ बताया और कहा के हमारे स्कूल में ये सब चीजें नहीं होती हैं। बच्चे झूठ बोल रही हैं जबके बच्चे मासूम होते हैं उन्हें जो दिखता है वो वही बातें बोलते हैं। लेकिन जब प्रिंसिपल ने बात सुनने से इंकार किया तो मां बाप ने कुछ राजनीतिक लोगो को ये घटना बताई तो वो लोग इनका साथ दिए और एफआईआर दर्ज करवाने गई लेकिन थाने वालों ने शिकायत लेने से इंकार कर दिया। लगभग 12 घंटे बाद पुलिस वालों ने शिकायत ली।

Badlapur rape case protest

3- लोगों ने विरोध क्यों किया बदलापुर स्टेशन पर

अब तक बात जंगल में आग की तरह फेल हो चुकी थी। पूरे थाने में लोगों ने जब केस सुना तो अपने-अपने घर से निकल आए और बच्चों को न्याय दिलाने के लिए आगे आए। लोगों ने पहले स्कूल प्रिंसिपल से प्यार से बात की, लेकिन उसने कोई कार्रवाई नहीं की, जिसके चलते स्कूल के बाहर विरोध किया गया। इतना सब होने के बाद भी कोई एक्शन नहीं लिया। लोगों ने अपनी बात मनवाने और बच्चों को इन्साफ दिलाने के लिए बदलापुर स्टेशन के बाहर विरोध करना चालू किया। 20 अगस्त सुबह से लोगों ने बदलापुर स्टेशन को घेर लिया और इंसाफ की बात करने लगे। सुबह से लेकर शाम तक विरोध चलते रहे। स्थानीय पुलिस, आरपीएफ, और दूसरे बल बदलापुर स्टेशन के पास आ गए। येहा तक के प्रदर्शनकारियों के ऊपर आँसू गेस भी दागे गए। लोग इतना सब कुछ होने के बाद भी इन्साफ की मांग कर रहे हैं और स्टेशन पर जमे हुए हैं।

4- विरोध में कोई राजनीतिक दल शामिल है

इस विरोध में किसी भी राजनीतिक दल को शामिल नहीं किया गया है। स्थानीय जनता विरोध प्रदर्शन कर रही है और सरकार से मांग कर रही है कि जल्द ही कार्रवाई की जाए। क्रिमिनल को फांसी की सजा दीजिए. यही मांग की होरहा है.

5- ताज़ा अपडेट क्या है बदलापुर रेप केस की

ये ब्लॉग लिखने वक्त लोगो का विरोध चालू है, रात के लगभग 7 बजने वाले हैं। लोग अपने काम धंधा बंद करके ये विरोध कर रहे हैं। बड़े-बड़े समाचार चैनल भी पहोच चुके हैं। राज्य के बड़े-बड़े राजनीतिकरण भी मौके पर आ गए हैं। ये केस पूरे देश में फेल चुका है।

अभी कोलकाता के निर्दोष डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या का मामला चल रहा है और इंसाफ भी नहीं मिल रहा है। पूरे भारत के जूनियर डॉक्टरों ने हर राज्य में विरोध प्रदर्शन किया है और कर रहे हैं। लेकिन ऐसे मामले जारी हैं। कभी छत्तीसगढ़, कभी थाने और कभी यूपी। हमारी सरकार ऐसे कानून क्यों नहीं बनाती कि हमारे देश की औरतें और लड़कियाँ अपने आप को सुरक्षित महसूस करें और अपराधी बनें जो ये अपराध करने के बारे में सोचता है वो अपनी सोच बदले, कानून से डरे।

BE vs BTech Differences

BE VS BTECH Differences

BE vs BTech: Differences

Introduction

In the real time of engineering education, two prominent undergraduate degrees often come to the forefront: the Bachelor of Engineering (BE) and the Bachelor of Technology (BTech). While both degrees aim to prepare students for successful careers in engineering, there are subtle yet significant differences between the two. This blog will decode these differences, helping prospective students make informed decisions about their educational and career paths.

1- Historical Context

2- Curriculum and Course Structure

3- Methodology

4- Duration and Course Load

5- Career Prospects and Industry Recognition

Historical Context

Origins and Evolution

The BE degree has its roots in traditional engineering education, focusing on the theoretical aspects and fundamentals of engineering sciences.

The BTech degree emerged later, designed to meet the demands of rapidly evolving technological industries with a more hands-on, practical approach.

Curriculum and Course Structure

BE Curriculum

Emphasizes a strong foundation in mathematical and scientific principles.

Includes a comprehensive study of engineering theories and concepts.

Often involves more coursework in basic sciences and engineering fundamentals.

Typically incorporates a broader range of subjects, providing a holistic understanding of engineering disciplines.

BTech Curriculum

Focuses on practical applications and technological advancements.

Includes extensive lab work, projects, and industry internships.

Often has specialized courses tailored to specific industries or technologies.

More oriented towards current industry practices and trends, preparing students for immediate employment.

Methodology

BE Teaching Approach

Emphasizes theoretical understanding and analytical skills.

Lectures and classroom teaching are predominant.

Encourages a strong grasp of engineering principles and problem-solving techniques.

BTech Teaching Approach

Focuses on practical skills and hands-on experience.

Incorporates workshops, lab sessions, and real-world projects.

Often involves collaboration with industries and exposure to modern engineering tools and technologies.

BE VS BTECH Engineering

Duration and Course Load

BE Duration and Load

Typically spans four years, though some programs may vary.

Involves a balanced course load with a mix of theory and practical sessions.

BTech Duration and Load

Generally four years, but the course load may be more intensive with a focus on project work and internships.

Requires significant time commitment for hands-on learning and industry exposure.

Career Prospects and Industry Recognition

BE Graduates

Well-suited for roles that require strong analytical and theoretical skills.

Often pursued by students interested in research, academia, or further studies (e.g., MS or PhD).

Valued for their comprehensive understanding of engineering principles.

BTech Graduates

Highly sought after by industries looking for practical and immediately employable skills.

Often enter the workforce directly and excel in roles that require technical expertise and hands-on experience.

Valued for their ability to adapt to technological advancements and industry needs.

Further Education and Specialization

BE Pathways

Graduates may pursue higher education (master’s or doctoral degrees) in engineering or related fields.

Often encouraged to engage in research projects and academic careers.

BTech Pathways

Graduates can pursue specialized master’s programs or professional certifications in specific technologies or industries.

May choose to gain work experience before opting for higher studies, often in management or technical specialization.

Conclusion

Both BE and BTech degrees offer unique advantages and cater to different career aspirations and educational preferences. Understanding the differences between these two paths is crucial for students to make informed decisions about their future. Whether you prefer a strong theoretical foundation with BE or a practical, industry-focused approach with BTech, both degrees can lead to successful and fulfilling careers in engineering. Choose the path that aligns best with your goals and interests, and embark on your journey towards becoming a skilled engineer.

Final Thoughts

Selecting between BE and BTech is a significant decision that can shape your career trajectory. Consider your strengths, career goals, and learning preferences when making this choice. Whichever path you choose, dedication and passion for engineering will be the key to your success.

ICC world cup winners list

ICC world cup winners list

ICC world cup winners list

Cricket, often considered a gentleman’s game, has an illustrious history with the ICC World Cup being one of the most prestigious trophies in the game. There are many world cup winners of the game since its started.

Its inception in 1975, the World Cup has seen many memorable matches, extraordinary performances and historic victories. This blog highlights the list of ICC World Cup winners, highlighting the journey of the champions over the decades.

ICC World Cup year

1975

West Indies

ICC World Cup year

1979

West Indies

ICC World Cup year

1983

India

ICC World Cup year

1987

Australia

ICC World Cup year

1992

Pakistan

ICC World Cup year

1996

Srilanka

ICC World Cup year

1999

Australia

ICC World Cup year

2003

Australia

ICC World Cup year

2007

Australia

ICC World Cup year

2011

India

ICC World Cup year

2015

Australia

ICC World Cup year

2019

England

ICC World Cup year

2023

Australia

1- Country name of icc world cup winners?

2- Give me total icc world cup winners list by country wise?

3- ICC world cup winners list by yearwise

4- Who are the captains of icc world cup winners?

5- Cricket World Cup Winners List- FAQs

ICC world cup winners country name

  • Australia
  • England
  • India
  • Pakistan
  • Sri Lanka
  • West Indies

Give me total icc world cup winners list?

  • Australia – 6
  • England – 1
  • India – 2
  • New Zealand – 0
  • Pakistan – 1
  • Sri Lanka – 1
  • West Indies –2

ICC world cup winners list by yearwise

  • Australia – 1987, 1999, 2003, 2007, 2015, 2023
  • England – 2019
  • India – 1983, 2011
  • Pakistan – 1992
  • Sri Lanka – 1996
  • West Indies – 1975, 1979

Who are the captains of icc world cup winners

  • Clive Lloyd from WestIndies
  • Kapil Dev from India
  • Allan Border from Australia
  • Imran Khan from Pakistan
  • Arjuna Ranatunga from Srilanka
  • Steve Waugh from Australia
  • Ricky Ponting from Australia
  • MS Dhoni from India
  • Michael Clarke from Australia
  • Eoin Morgan from England
  • Pat Cummins from Australia

Cricket World Cup Winners List- FAQs

Who is the winner of first ICC World Cup?

West Indies was the winner and it happend in 1975. West Indies defeated Australia by 17 runs in Lord’s London.

Which team is the most ICC World Cup winner?

Australia is the most Cricket World Cup winner, they won total 5 in 1987, 1999, 2003, 2007, and 2015.

Any team in the history won the ICC Cricket World Cup consecutively?

Yes, Australia did this milestone, they won three times in 1999, 2003, and 2007.

ICC Cricket World Cup hosting countries?

There are many countries in this feild like England, India, Pakistan, Sri Lanka, South Africa, West Indies, Australia, and New Zealand.

Which country has won ICC Cricket World Cup on their home soil?

There are countries as below:

  • India in 2011
  • Australia in 2015
  • England in 2019

Most run scorer in the Cricket World Cup history?

Sachin Tendulkar, He has made total of 2,278 runs in 44 matches.

Who is the most wicket taker in the Cricket World Cup history?

Glenn McGrath of Australia, 71 wickets taken in 39 matches.

Any player scored a century in a World Cup final?

Yes there are many, Clive Lloyd (West Indies, 1975), Viv Richards (West Indies, 1979), Ricky Ponting (Australia, 2003), and Adam Gilchrist (Australia, 2007).

Who has appeared most in the World Cup finals?

Australia, they entered 7 times in the finals (1975, 1987, 1996, 1999, 2003, 2007, and 2015).

नगरिकों पर रिहाई के बाद फायरिंग

Firing on civilians after release: नगरिकों पर रिहाई के बाद फायरिंग

15 नागरिक बंदियों को रिहा कर दिया गया और इजरायली सेना ने उन पर बम गिराए: बचे हुए लोगों ने कहा

गाजा में इजरायली सेनाओं ने फिलिस्तीनी बंदियों को निशाना बनाया, उन्हें रिहा करके तुरेंट उन पर गोला बारी करदी। इस वाजे से काई नागरिको की मौत हो जाएगी

अल जजीरा नामी फर्द ने बताया के वो विरासत में रहने वालो के साथ था जब ये घाटना हुई है। तक़रीबन 15 लोगों की मौत के बारे में बताया गया है।

अल जजीरा ने आगे बताया चार दिनों की हिरासत के बाद, हमें रिहा कर दिया गया। हमें हथकड़ी पहनाई गई और आंखों पर पट्टी बांध दी गई। इजरायली सैनिक हम पर अत्याचार करते रहे. उन्होंने हमारे ऊपर पेशाब भी किया. मुझे पीटा गया, लात मारी गई और मेरे पूरे शरीर पर वार किया गया,” उन्होंने कहा।

उसके बाद, हमें रिहा कर दिया गया और जैसे ही हम डामर पर चलने लगे, उन्होंने हम पर ग्रेनेड फेंके और एक ड्रोन मिसाइल दागी। मेरे कुछ [सात] आदमी मारे गए। मैं अपनी जान बचाने के लिए भागा और चमत्कारिक ढंग से बच गया। मैं अपनी चोटों की जांच के लिए इस अस्पताल [खान यूनिस के नासिर अस्पताल] में आया था।